बेखयाली में ही सहीआप कुछ कदम तो चलेशायद अपने बीच केफासले यू ही मिट जायें
शिवराज गूजर
चाँद लाइनों में बहुत कुछ कह गये आप ..अनिल कान्त मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
चार पंक्तियों में कायनात समेट ली---गुलाबी कोंपलें
bahut sundar bhav...
अनिलजी. विनयजी और वंदनाजी आपकी तारीफ ने मेरी कलम मैं और ताकत फूँक दी है, बहुत बहुत शुक्रिया,
अनजाने में चलते जाओ,एक समय वह आयेगा।अन्तर सारे मिट जायेंगे,प्रेम-निलय बन जायेगा।।
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5 comments:
चाँद लाइनों में बहुत कुछ कह गये आप ..
अनिल कान्त
मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
चार पंक्तियों में कायनात समेट ली
---
गुलाबी कोंपलें
bahut sundar bhav...
अनिलजी. विनयजी और वंदनाजी आपकी तारीफ ने मेरी कलम मैं और ताकत फूँक दी है, बहुत बहुत शुक्रिया,
अनजाने में चलते जाओ,
एक समय वह आयेगा।
अन्तर सारे मिट जायेंगे,
प्रेम-निलय बन जायेगा।।
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